कार्यक्रम परिचयः-
राजस्थान सरकार राज्य के प्रत्येक बच्चे को स्वास्थ्य सुरक्षा व उसके समग्र स्वास्थ्य को बढावा देने के लिये राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) को शुरु किया है। जिसमें जन्म से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण सभी सरकारी विद्यालयों व आंगनबाडी केन्द्रों पर समर्पित मोबाईल हैल्थ टीम के द्वारा किया जाता हैं। इस कार्यक्रम के तहत् जन्म से 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों में संभावित चार विकारों यानि 4Ds होने की जांच कर बड़े चिकित्सालय में उपचार किया जाता हैं।
कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य बाल विकास के चार विकार (4D- Birth Defect, Deficiencies, Disease, Developmental delays and disabilities) को समय पर पहचान कर इलाज करवाना है। यदि कोई बच्चा 30 चिन्हित बीमारियों में से किसी से ग्रसित पाया जाता है, तो इसे आगे के ईलाज के लिये रैफरल फोलोअप निःषुल्क किया जाता है, साथ ही इस कार्यक्रम के तहत आवष्यक होता है तो सर्जिकल इलाज भी निःषुल्क किया जाता है।
आरबीएसके के लक्षित समूह:-
जन्म से छः सप्ताह के सभी नवजात ¼Dilivery Point½A
6 सप्ताह से 6 वर्ष तक (आंगनवाडी केन्द्र) के सभी बच्चे।
6 वर्ष से 18 वर्ष तक (सरकारी विद्यालय) के सभी बच्चे।
मोबाईल हैल्थ टीम:-
प्रत्येक मोबाईल हैल्थ टीम में दो आयुष चिकित्सक व दो पेरामेडिकल स्टाफ है।
कार्यक्रम की शुरुआत:-
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2014-15 में राज्य के बीस चयनित जिलो (07 सम्भागीय मुख्यालय जिलें, 10 उच्च प्राथमिक जिलें व 03 आदिवासी जिलो) में प्रषिक्षित मोबाइल हैल्थ टीमो के द्वारा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके लिये इन जिलो में खण्डवार दो-दो टीमो का गठन कर कुल 250 टीमो के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। इन टीमो के द्वारा क्षेत्र के सभी सरकारी विद्यालयो व आंगनबाडी केन्द्रो में आने वाले 0 से 18 वर्ष तक के सभी बच्चो का स्वास्थ्य परीक्षण कर चिन्हित 30 बिमारीयों की स्क्रीनिंग का कार्य किया गया तथा चिन्हित बिमारियों से ग्रसित पाये गये बच्चों को सूचीबद्व कर जिला/खण्ड/सीएचसी स्तर पर विषेषज्ञ चिकित्सको द्वारा केम्प लगाकर उपचार किया गया व गम्भीर बीमारियो से ग्रसित बच्चो का उपचार जिला अस्पताल/मेडिकल कॉलेज अस्पताल/निजी अस्पताल में कराया गया।
वर्ष 2014-15 में आरबीएसके की प्रमुख उपलब्धिया:-
- 2257112 बच्चों का सफल स्वास्थ्य परीक्षण
- 127290 चिन्हित बच्चों का रेफरल
- 84091 बच्चों का जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज पर उपचार किया गया है।
- 40,000 बच्चों को प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/ब्लांक स्तर/जिला स्तर पर षिविर लगाकर उपचार किया गया। 350 बच्चों की विभिन्न सर्जरी की गई है इनमें मुख्यतः Cleft Lip & Palate, Developmental dysplasia of the hip, Congenital cataract, Dental Conditions, Congenital cataract आदी है।
- 34 हार्ट सर्जरी
वर्ष 2015-16 में इस कार्यक्रम को राज्य के समस्त जिलों में आयुष चिकित्सको की 518 मोबाइल हैल्थ टीमो को प्रषिक्षण देकर दिनांक 4 जनवरी 2016 से 14 जनवरी 2016 तक फुलवाडी पखवाड़े के नाम से पूरे राज्य में चलाया गया। 15 जनवरी 2016 से राज्य के सभी सरकारी विद्यालय व आंगनवाडी में बच्चो का स्वास्थ्य परीक्षण का कार्य किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत राज्य में लगभग 1267821 लाख बच्चो का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है, जिसमें 51238 बच्चों को रेफर किया गया।
‘‘राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम‘‘
|
Progrees Report Jan. 2016
|
क्र.स.
|
जिला
|
मोबाइल हैल्थ टीम
|
जॉच की गई संस्थाओं की संख्या
|
जांच किये गये बच्चों की संख्या
|
रेफर किये गये बच्चों की संख्या
|
विघालय
|
आ.वा.के.
|
कुल
|
कुल
|
1.
|
अजमेर
|
18
|
274
|
982
|
44429
|
1100
|
2.
|
अलवर
|
28
|
568
|
1520
|
74224
|
5449
|
3
|
बांसवाडा
|
16
|
104
|
1091
|
24636
|
702
|
4
|
बांरा
|
14
|
129
|
509
|
18281
|
648
|
5
|
बाडमेर
|
16
|
232
|
578
|
40212
|
1050
|
6
|
भरतपुर
|
20
|
496
|
1523
|
60770
|
760
|
7
|
भीलवाडा
|
22
|
637
|
1089
|
74872
|
1755
|
8
|
बीकानेर
|
15
|
325
|
635
|
51908
|
1647
|
9
|
बून्दी
|
10
|
156
|
464
|
28508
|
826
|
10
|
चित्तौडगढ
|
22
|
215
|
391
|
24327
|
1543
|
11
|
चुरू
|
12
|
176
|
544
|
28731
|
1295
|
12
|
दौसा
|
10
|
176
|
702
|
32864
|
835
|
13
|
धोलपुर
|
8
|
79
|
351
|
25044
|
1113
|
14
|
डुंगरपुर
|
10
|
72
|
506
|
20479
|
448
|
15
|
गंगानगर
|
16
|
166
|
739
|
22128
|
2445
|
16
|
हनुमानगढ़
|
14
|
232
|
591
|
32780
|
2014
|
17
|
जयपुर-प्रथम
|
19
|
234
|
1120
|
33672
|
1531
|
18
|
जयपुर-द्वितिय
|
14
|
144
|
427
|
25078
|
890
|
19
|
जैसलमेर
|
6
|
66
|
116
|
10699
|
528
|
20
|
जालोर
|
16
|
241
|
588
|
42531
|
996
|
21
|
झालावाड
|
12
|
350
|
564
|
27952
|
1080
|
22
|
झुन्झुनू
|
16
|
422
|
1505
|
37924
|
3043
|
23
|
जोधपुर
|
22
|
312
|
547
|
39982
|
1005
|
24
|
करौली
|
10
|
67
|
333
|
22785
|
269
|
25
|
कोटा
|
12
|
262
|
815
|
41058
|
868
|
26
|
नागौर
|
22
|
542
|
1247
|
32777
|
3755
|
27
|
पाली
|
20
|
451
|
1328
|
71706
|
2056
|
28
|
प्रतापगढ़
|
10
|
172
|
363
|
19177
|
294
|
29
|
राजसमन्द
|
14
|
289
|
617
|
31806
|
649
|
30
|
सवाई माधोपुर
|
10
|
252
|
468
|
31649
|
2950
|
31
|
सीकर
|
16
|
443
|
1199
|
53403
|
3701
|
32
|
सिरोही
|
10
|
132
|
661
|
23215
|
931
|
33
|
टोंक
|
12
|
271
|
503
|
30213
|
1347
|
34
|
उदयपुर
|
26
|
723
|
1209
|
88001
|
1715
|
|
कुल
|
518
|
9410
|
25825
|
1267821
|
51238
|
आरबीएसके के अन्तर्गत चिन्हित गम्भीर बीमारियों से ग्रसित बच्चो के उपचार हेतु राज्य के निम्न निजी चिकित्सालयों से एमओयू किया गया:-
1. फोर्टिस अस्पताल, जयपुर।
2. महात्मा गांधी मेडीकल कालेज एवं हॉस्पिटल, जयपुर।
3. गोयल हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर प्रा0 लि0, जोधपुर।
4. जैन ई0 एण्ड0 टी0 हॉस्पिटल, जयपुर।
5. नारायण हरदयाल प्रा0 लि0, जयपुर।
6. सहाय हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, जयपुर।
7. गीतांजली मेडीकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, उदयपुर।
8. मेडीप्लस होस्पिटल, जोधपुर।
9. राज0 जिन्दल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर प्रा0 लि0, भरतपुर।
10. ग्लोबल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर, माउन्ट आबू
11. आनन्द आई हॉस्पिटल, जयपुर।
|